[ad_1]

राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ. राज्यसभा में संजय सिंह ने दिल्ली चुनाव से पहले मतदाता सूची से नाम काटे जाने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि तुगलकाबाद के बूथ पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम कटवाए हैं. संजय सिंह के इस आरोप पर आसन से उपसभापति हरिवंश ने कहा कि इसे ऑथेंटिकेट कीजिएगा. संजय सिंह ने कहा कि इसे ऑथेंटिकेट करूंगा. इस पर नेता सदन जेपी नड्डा ने कहा कि संजय सिंह ने जो मुद्दा उठाया है, नाम काटने का प्रावधान भी उसी संविधान में है जिस पर हम चर्चा कर रहे हैं.

जेपी नड्डा ने कहा कि देखने वाली बात है कि वो बांग्लादेशी-रोहिंग्या तो नहीं, जिनके नाम काटे जा रहे हैं. इसके बाद संजय सिंह ने राम सिंह समेत कई मतदाताओं के नाम पढ़े और कहा कि पूर्वांचली भाइयों को रोहिंग्या-बांग्लादेशी कहने की इनकी हिम्मत कैसे हुई. उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वांचली भाई मेहनत कर पसीना बहाते हैं. पूर्वांचल के लोग इनकी जमानतें जब्त कराएंगे. ये चुनाव घोटाले से जीतना चाहते हैं.संजय सिंह ने कहा कि ये चाल दिल्ली में चलेगी नहीं. चुनाव ही निपटाने पे लगे हैं. चुनाव ही गड़बड़ कर देंगे तो संविधान कैसे बचेगा.

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठिए और रोहिंग्या की बात हुई. पिछले 10 साल से किसकी सरकार है. क्या यहां ट्रंप की सरकार है, क्या ओबामा की सरकार है. 10 साल से यहां महामानव की सरकार है. उन्होंने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि सीमा की सुरक्षा किसके जिम्मे है. बांग्लादेश की सीमा किससे लगती है, त्रिपुरा, असम, बंगाल से लगती है. संजय सिंह ने कहा कि कोई बाांग्लादेशी वहां से झारखंड, बिहार, यूपी पार करके दिल्ली कैसे आ गया. आपलोग घास छील रहे थे क्या?

उन्होंने कहा कि 10 साल में 10 बांग्लादेशी घुसपैठिया दिल्ली से भगाया हो तो उसका नाम बताओ ना. राजनीति क्यों करते हो. संजय सिंह ने कहा कि अडानी बांग्लादेश को बिजली सप्लाई करता है. भारत की बिजली चोरी करके बांग्लादेशियों का घर रोशन करते हो. हमको ज्ञान बता रहे हो. उन्होंने कहा कि झारखंड की बिजली चोरी करके अडानी बांग्लादेश को पहुंचाता है. ये दोहरी नीति नहीं चलेगी. आपके लड़के कतर के शेखों के साथ बिजनेस करेंगे, यहां मुसलमानों के खिलाफ हिंसा की बात करोगे.

संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली चुनाव में आ रहे हो, एकदम शांति से आना. यहां पर गंदी राजनीति की और हिंदू-मुसलमान किया तो हमने दिल्ली वालों को सिखा दिया है. वो स्कूल-अस्पताल कहेंगे. यहां तानाशाही-दादागिरी मत दिखाना. उन्होंने कहा कि तीन बार से हार रहे हो तो सोच रहे हो वोटर लिस्ट में गड़बड़ी करा दोगे, इससे काम नहीं चलेगा. संजय सिंह ने कहा कि ये देश बाबा साहब के संविधान से चलेगा, किसी के फरमान से नहीं चलेगा. यहां इंडिया गठबंधन है, वहां ईडी गठबंधन है.

यह भी पढ़ें: ‘वन नेशन, वन इलेक्शन बिल संविधान सम्मत’, विपक्ष के आरोप पर बोले कानून मंत्री मेघवाल, JPC को भेजा गया

संजय सिंह ने कहा कि हमारे नेता पर टिप्पणियां हो रही हैं, आपने नहीं टोका. उन्होंने कहा कि ये समझते हैं कि विपक्ष के लोग इनसे डरकर चुप हो जाएंगे. हम जब बोलते हैं, ये हो-हल्ला करते हैं. हंगामे पर संजय सिंह ने सवाल उठाए और कहा कि इन्होंने जो सीएम पर टिप्पणी की है, वो भी हट जाए. दिल्ली में कानून-व्यवस्था की क्या हालत है. संजय सिंह ने कहा कि ये देश में भारत खोदो योजना चला रहे हैं. किसी दिन कोई आएगा और कहेगा कि संसद खोद डालो. उन्होंने शिक्षा का जिक्र करते हुए सरकार को घेरा और कहा कि शिक्षा विभाग ने जो आंकड़ा सदन में दिया है, उसके मुताबिक पिछले आठ महीने में 11 लाख बच्चे सरकारी स्कूलों से दूर गए हैं और इनमें से 7 लाख 84 हजार बच्चे अकेले यूपी से हैं.

यह भी पढ़ें: ‘ये देश में भारत खोदो योजना चला रहे…’, राज्यसभा में संजय सिंह ने बीजेपी को घेरा

इसी बीच किसी ने ट्रेजरी बेंच से जेल को लेकर कुछ कहा. इस पर संजय सिंह ने कहा कि ये धमकी न दें. जिस दिन सत्ता परिवर्तन होगा, एक भी आदमी बाहर नहीं रहेगा. केवल तीन घंटे के लिए ईडी-सीबीआई दे दो, सबको जेल भेज दूंगा. संजय सिंह ने अडानी मुद्दे को लेकर भी बीजेपी पर हमला बोला. उन्होंने तंज करते हुए कहा कि बीजेपी के लोग जब भ्रष्टाचार पर बोलते हैं तब लगता है कि ओसामा बिन लादेन अहिंसा के उपदेश दे रहा है. गाय काटने वाली कंपनी से चंदा लेने वाले लोग मेरे ऊपर सवाल उठा रहे हैं. देश के भीतर एकक चुनी हुई सरकार है. उसको आप क्यों नहीं मानते. दिल्ली की सरकार को आप क्यों नहीं चलने देते. क्यों हर काम में अड़ंगा क्यों लगाते हो.

यह भी पढ़ें: ‘एक देश, एक चुनाव’ पर राजनीतिक दलों के सुर अनेक, लोकसभा में किस पार्टी का क्या रहा स्टैंड, जानिए

जेपी नड्डा ने संजय सिंह के आरोपों पर कहा कि नाम हटाने का नियम है और नियमों के तहत कोई भी व्यक्ति किसी भी नाम पर आपत्ति कर सकता है. नियम सब पर लागू होते हैं, चाहे वो पूर्वांचली हों या बांग्लादेशी-रोहिंग्या. नियम सबके लिए हैं. उन्होंने आसन से संजय सिंह के संबोधन से कुछ अंश हटाने की अपील भी की.

[ad_2]

Source link

By kosi

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

kosi
Privacy Overview

This website uses cookies so that we can provide you with the best user experience possible. Cookie information is stored in your browser and performs functions such as recognising you when you return to our website and helping our team to understand which sections of the website you find most interesting and useful.