Bafta Nominations 2025: इन इंडियन फिल्मों को बाफ्टा 2025 में मिला नॉमिनेशन, क्या करेंगी भारत का नाम रोशन? – Bafta Nominations 2025 all we see as light santosh sister midnight nominated tmovp


Bafta Nominations 2025: 78वें ब्रिटिश अकैडमी फिल्म अवॉर्ड्स उर्फ बाफ्टा अवॉर्ड्स 2025 की नॉमिनेशन की लिस्ट का ऐलान हो चुका है. 16 फरवरी को लंदन में इस प्रतिष्ठित अवॉर्ड फंक्शन का आयोजन होगा. नॉमिनेशन की लिस्ट में डायरेक्टर पायल कपाड़िया की फिल्म ‘ऑल वी इमेजिन एज लाइट’ ने जगह बनाई है. इस फिल्म को ‘बेस्ट फिल्म नॉट इन द इंग्लिश लैंग्वेज’ कैटेगरी में जगह मिली है.

इन फिल्मों को मिला नॉमिनेशन

पायल कपाड़िया के अलावा डायरेक्टर संध्या सूरी की हिंदी फिल्म ‘संतोष’ को भी बाफ्टा अवॉर्ड्स 2025 में नॉमिनेशन मिला है. ब्रिटिश प्रोडक्शन बैनर तले बने इस फिल्म में एक्ट्रेस शाहाना गोस्वामी ने लीड रोल निभाया है. इस फिल्म को ‘आउटस्टैंडिंग डेब्यू बाय ब्रिटिश राइटर, डायरेक्टर ओर प्रोड्यूसर’ कैटेगरी में नॉमिनेशन मिला है. ‘संतोष’ के साथ इस कैटेगरी में इंडियन डायरेक्टर करण कंधारी की फिल्म ‘सिस्टर मिडनाइट’ को भी नॉमिनेशन मिला है. ‘सिस्टर मिडनाइट’ की हीरोइन राधिका आप्टे हैं. इस फिल्म का प्रीमियर कान्स 2024 में हुआ था.

‘आउटस्टैंडिंग डेब्यू बाय ब्रिटिश राइटर, डायरेक्टर ओर प्रोड्यूसर’ कैटेगरी में भारतीय मूल के ब्रिटिश एक्टर देव पटेल की फिल्म ‘मंकी मैन’ को भी नॉमिनेशन मिला है. इस पिक्चर में देव पटेल ने बतौर डायरेक्टर और एक्टर काम किया है. फिल्म में शोभिता धुलिपाला और मकरंद देशपांडे भी हैं. इसके अलावा हॉलीवुड फिल्म ‘अनोरा’, ‘द ब्रूटलिस्ट’, ‘अ कंप्लीट अननोन’, ‘कॉन्क्लेव’, ‘एमिलिया पेरेज’ समेत अन्य फिल्मों को नॉमिनेट किया गया है. इसमें 12 कैटेगरी में नॉमिनेशन के साथ फिल्म ‘कॉन्क्लेव’ लीड कर रही है. दूसरे नंबर पर फिल्म ‘एमिलिया पेरेज’ है, जिसे 8 कैटेगरी में नॉमिनेशन मिला है.

बराक ओबामा को भी पसंद है ये फिल्म

‘ऑल वी इमेजिन एज लाइट’ ने इससे पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की फेवरेट फिल्मों की लिस्ट में भी जगह बनाई थी. इस फिल्म ने बराक का दिल जीता था. इंटरनेशनल स्टेज पर डायरेक्टर पायल कपाड़िया की इस फिल्म को भरपूर सराहना मिली है. इसका प्रीमियर मई 2024 में कान्स फिल्म फेस्टिवल में हुआ था. इस प्रतिष्ठित फेस्टिवल में ‘ऑल वी इमेजिन एज लाइट’ सीधा मेन कॉम्पिटीशन में शामिल थी. इसने कान्स का दूसरा बेस्ट अवॉर्ड Grand Prix अपने नाम किया था. ये फिल्म करीब 30 सालों में पहली भारतीय फिल्म थी, जो कान्स के मेन कॉम्पिटीशन में पहुंची. तकरीबन 70 सालों में ये Grand Prix जीतने वाली पहली भारतीय फिल्म बनी.



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