इस वक्त देश भर में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ पंजाब पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने जालंधर में एक एनकाउंटर के बाद इस गैंग के दो बड़े शार्प शूटरों को गिरफ्तार कर लिया है. ये दोनों कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के इशारे पर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया करते थे. इनके पास से चार हथियार और जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं.
पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ गिरोह के 2 प्रमुख गुर्गों को गिरफ्तार किया है. काफी पीछा करने के बाद पुलिस टीम ने इन दोनों को ट्रेस किया. लेकिन पुलिस जैसे ही उनके आसपास पहुंची, उन दोनों गोलियां चलानी शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी दोनों बदमाशों पर गोली चलाई.
इस दौरान एक आरोपी को गोली लगी है. उसका इलाज चल रहा है. दूसरे ने भागने की कोशिश की, लेकिन उसे उसी समय पकड़ लिया गया. उन्होंने कहा कि गिरोह के पास से चार हथियार और जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. इस गिरफ्तारी से मादक पदार्थों की तस्करी, हथियारों के व्यापार और जबरन वसूली के रैकेट में शामिल गिरोह के आपराधिक नेटवर्क को गहरा झटका लगा है.
बताते चलें कि पिछले महीने पंजाब के तरनतारन जिले में एनकाउंटर के बाद आतंकी लांडा हरिके गैंग के तीन गुर्गों को गिरफ्तार किया गया था. तीनों एक अपहरण और फिरौती के मामले में आरोपी थे. एनकाउंटर के दौरान दो बदमाशों को गोली लग गई, जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. ये घटना एनकाउंटर वाले दिन तड़के हुई थी.
पुलिस उपाधीक्षक अतुल सोनी ने बताया कि तरनतारन जिले के निवासी कुलदीप सिंह उर्फ लाडू, यादविंदर सिंह उर्फ यादा और प्रभजीत सिंह उर्फ जज को गिरफ्तार किया गया. पुलिस को सूचना मिली थी कि तीनों तरनतारन के जोहल ढाई गांव के खेत में छिपे हुए थे. सूचना मिलने के बाद पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची. तीनों बदमाशों से आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया.
बदमाशों ने आत्मसमर्पण की बजाए पुलिस टीम पर गोलीबारी शुरू कर दी. इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में तीनों पर गोलीबारी शुरू कर दी. इसमें दो बदमाश गंभीर रूप घायल हो गए. गोलीबारी के दौरान कुलदीप सिंह और यादविंदर सिंह घायल हो गए. उन्हें बाद में तरनतारन के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया. आरोपियों के खिलाफ 22 दिसंबर को केस दर्ज की गई थी.