[ad_1]

अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘पुष्पा 2’ ने दुनियाभर में तहलका मचा रखा है. फिल्म की सक्सेस फैंस की दीवानगी के कारण काफी बढ़ गई है. फिल्म ने साउथ के साथ-साथ, नॉर्थ में भी ताबड़तोड़ कमाई की है. फिल्म में अल्लू अर्जुन की एक्टिंग का जलवा ऑडियंस को काफी पसंद आया. साउथ के बाद, फिल्म नॉर्थ में भी लोगों को काफी पसंद आई. इसका मुख्य कारण फिल्म में हुई लाजवाब डबिंग को बताया जा रहा है. एक्टर श्रेयस तलपड़े की आवाज, अल्लू अर्जुन के किरदार ‘पुष्पा’ पर एकदम फिट बैठी है. 

श्रेयस ने बताया पुष्पा को डब करने का अनुभव

श्रेयस के काम की तारीफ हर जगह हो रही है. हाल ही में उन्होंने इंटरव्यू भी दिया है जहां वो फिल्म के लिए की गई डबिंग पर बात करते हैं. जब श्रेयस से पूछा जाता है कि उन्हें फिल्म के लिए डब करने के लिए कहां-कहां तकलीफ आई? तो उन्होंने कहा कि दोनों फिल्म पुष्पा 1 और 2 के चैलेंज अलग-अलग थे. पहले पार्ट में किसी को फिल्म से कोई उम्मीद नहीं थी. हमने पहले पार्ट में काफी मजा किया लेकिन पहले पार्ट में पुष्पा का राइज था, तो उसके लिए करने को काफी कुछ था. पहले पार्ट में सबसे मुश्किल फिल्म के क्लाइमैक्स में आई. मैंने उस एक सीन के लिए एक अलग से दिन निकालकर रखा था कि मैं इसे अलग से करूंगा.

‘पुष्पा पार्ट 1 का क्लाइमैक्स था सबसे मुश्किल’

श्रेयस ने आगे इसकी वजह भी बताई. वो बताते कि फिल्म एक अजीब तरह से खत्म हुई थी. पुष्पा जैसी फिल्म जिसमें इतना सारा एक्शन है, वो आखिर में वहां खत्म होती है जहां बस हीरो और विलन बैठकर बातें कर रहे हैं. हीरो विलन पर अपनी सारी भड़ास निकाल रहा है, वो उसे चैलेंज करके निकल जाता है. 

pushpa climax

एक्शन में आप अपने इमोशन निकालते हो, चीखते-चिल्लाते हो. लेकिन उस सीन में दोनों बस बैठे हैं, ये काफी जरूरी सीन है. उसके डायलॉग लोग आज भी बोलते हैं कि पुष्पा अगर बिना कपड़ों के निकल गया तो लोग फिर भी पूछेंगे, लेकिन तुम निकल गए तो कुत्ता भी नहीं पूछेगा. तो ये जो इमोशन है ये सही तरीके से बाहर आना चाहिए. तो वो सीन इसलिए सबसे ज्यादा मुश्किल था मेरे लिए. 

श्रेयस ने कैसे की ‘पुष्पा 2’ की डबिंग 

श्रेयस तलपड़े ने अपने इंटरव्यू में ‘पुष्पा 2’ फिल्म में डबिंग करने पर भी बात की. उन्होंने बताया कि ‘पुष्पा पार्ट 1’ से ‘पार्ट 2’ तक काफी कुछ बदल गया था. पुष्पा का किरदार चूंकि ‘पार्ट 2’ में सिंडिकेट का चीफ बन गया था, तो उसके रुतबे में बदलाव आ गया था. पुष्पा ने पूरी फिल्म में अपने मुंह में पान रखा जिससे उसका किरदार काफी अलग लगा. 

श्रेयस ने कहा कि उन्होंने भी पहले मुंह में पान रखकर डब करने की कोशिश की थी, लेकिन बाद में उन्हें गले में तकलीफ होने लगी. श्रेयस ने खुलासा किया कि उन्होंने फिल्म की डबिंग के दौरान अपने मुंह में रुई का इस्तेमाल किया जिससे ऑडियंस को पुष्पा के किरदार और उसकी आवाज का बेहतर फील आए. 

श्रेयस ने पुष्पा के किरदार को अपने तरीके से थिएटर्स में जिंदा किया है. उनका काम अल्लू अर्जुन के किरदार को चार चांद लगा गया है. उन्होंने ‘पुष्पा’ के अलावा, डिजनी की लाइव एनिमेटिड फिल्म ‘द लायन किंग’ और ‘मुफासा’ में ‘टिमोन’ के किरदार को भी अपनी आवाज दी है. उन्होंने अपने टैलेंट से ‘टिमोन’ के किरदार को भी एंटरटेनिंग बनाया.  

[ad_2]

Source link

By kosi

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

kosi
Privacy Overview

This website uses cookies so that we can provide you with the best user experience possible. Cookie information is stored in your browser and performs functions such as recognising you when you return to our website and helping our team to understand which sections of the website you find most interesting and useful.