आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने नई दिल्ली जिला चुनाव अधिकारी पर घंटो तक बीजेपी की सोशल मीडिया पोस्ट को प्रचारित करने का आरोप लगाया है. आप ने DEO के खिलाफ केंद्रीय चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया और उन पर भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग की थी. वहीं, आप के आरोपों पर DEO ने अपनी ओर से स्पष्टीकरण भी जारी किया है.
आप सांसद ने नई दिल्ली विधानसभा के जिला चुनाव अधिकारी पर बीजेपी की एक पोस्ट को एक्स पर रीपोस्ट करने का आरोप लगाया है. उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘भारत के इतिहास में पहली बार, नई दिल्ली के इलेक्शन ऑफिसर ने चोरी-चोरी चुपके-चुपके बीजेपी के ट्वीट को रीट्वीट करने चालू किए. अब नई दिल्ली विधानसभा के जिला निर्वाचन अधिकारी कह रहे हैं “जब प्यार किया तो डरना क्या?”
बीजेपी ज्वाइन करेंगे DEO: संजय सिंह
संजय सिंह ने आगे दावा किया कि जिला निर्वाचन अधिकारी ने अब BJP ज्वाइन करके खुलेआम प्रचार करने का निर्णय लिया. कल सुबह 11 बजे जिला निर्वाचन अधिकारी बीजेपी कार्यालय में औपचारिक तौर पर बीजेपी में शामिल होंगे.
आप ने उसी डीईओ के खिलाफ केंद्रीय चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया था और उन पर भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग की थी.
आप ने DEO के खिलाफ केंद्रीय चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया और उन पर भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग की थी. वहीं, आम आदमी पार्टी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए DEO ने प्रतिक्रिया दी है.
DEO ने दिया स्पष्टीकरण
DEO ने इस मामले पर स्वत संज्ञान लेते हुए कहा कि डीईओ का आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल, सोशल मीडिया सेल के नोडल अधिकारी द्वारा प्रबंधित किया जाता है जो विशेष रूप से गलत सूचनाओं को रोकने और जनता के साथ सटीक वार्तालाप के जवाब में एक्स पर पोस्ट और पोस्टों को रीपोस्ट करने के लिए जिम्मेदार है.
यह पता चला है कि यह विशेष ट्वीट सोशल मीडिया कंटेंट के साथ नियमित जुड़ाव के हिस्से के रूप में उक्त ट्वीट का जवाब देते वक्त अनजाने में फिर से पोस्ट किया गया था. जैसे ही इस मामले को डीईओ के संज्ञान में लाया गया, रीपोस्ट को तुरंत हटा दिया गया.
इस मामले का स्वतः: संज्ञान लेते हुए जवाबदेही सुनिश्चित करने और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सोशल मीडिया सेल ने नोडल अधिकारी को तुरंत बदल दिया गया है. इसके अलावा सोशल मीडिया सेल को DEO के सोशल मीडिया कम्युनिकेशन की अखंडता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए आने वाले वक्त एक्टिविटी में ज्यादा सावधानी बरतने का निर्देश दिया गया है.
उन्होंने ये भी बताया कि ये स्पष्टीकरण भारत के चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों के पालन और निष्पक्षता के प्रति डीईओ की प्रतिबद्धता की पुष्टि करने के लिए जारी किया गया है.