Ration Card Latest News बिहार में खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े लाभार्थियों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण सूचना जारी की गई है। यदि कोई लाभार्थी एक अक्टूबर 2024 तक राशन कार्ड का ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक-नो योर कस्टमर) नहीं कराता, तो उसका नाम राशन कार्ड से हटा दिया जाएगा। ई-केवाईसी की यह प्रक्रिया जन वितरण प्रणाली की दुकानों पर उपलब्ध ई-पॉस (इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ सेल) मशीन के माध्यम से नि:शुल्क की जा सकती है। प्रत्येक राशन कार्ड धारक के लिए ई-केवाईसी कराना अनिवार्य है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि लाभार्थी की जानकारी अद्यतित और सटीक हो।
ई-केवाईसी का वर्तमान स्थिति
खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह और सचिव डॉ. एन. सरवन कुमार ने बुधवार को सूचना भवन के संवाद हॉल में पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में कुल 8.35 करोड़ लाभार्थियों में से 8.04 करोड़ लाभार्थियों के आधार संख्या की सत्यापन प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। यह संख्या कुल लाभार्थियों का लगभग 90 प्रतिशत है। इसके अलावा, 5.10 करोड़ लाभार्थियों का ई-केवाईसी सफलतापूर्वक किया जा चुका है।
जारी ई-केवाईसी प्रक्रिया
वर्तमान में 3.24 करोड़ लाभार्थियों के ई-केवाईसी की प्रक्रिया चल रही है। यह प्रक्रिया खाद्यान्न वितरण में पारदर्शिता लाने में सहायक होगी, और इससे यह सुनिश्चित होगा कि केवल योग्य व्यक्ति ही खाद्यान्न के लाभ प्राप्त कर सकें। इस पहल से गलत व्यक्तियों को राशन के लाभ से वंचित किया जा सकेगा।
राशन कार्ड में बदलाव
ई-केवाईसी प्रक्रिया के तहत, अब तक 40 लाख अपात्र व्यक्तियों के नाम राशन कार्ड से हटा दिए गए हैं। इसके साथ ही, 55 लाख नए पात्र व्यक्तियों के नाम राशन कार्ड में जोड़े गए हैं, जो पहले इस योजना से बाहर थे। यदि कोई पात्र व्यक्ति किसी कारणवश राशन कार्ड से हट गया था, तो उसका नाम पुन: राशन कार्ड में जोड़ा जा रहा है। वहीं, यदि किसी गलत व्यक्ति का नाम राशन कार्ड में शामिल था, तो उसे रद्द कर दिया गया है। यह प्रक्रिया खाद्य सुरक्षा योजना को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने के लिए की जा रही है।
निष्कर्ष
बिहार में खाद्य सुरक्षा योजना के तहत राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी की प्रक्रिया को अनिवार्य कर दिया गया है। एक अक्टूबर 2024 तक यदि कोई लाभार्थी ई-केवाईसी नहीं कराता, तो उसका नाम राशन कार्ड से हटा दिया जाएगा। वर्तमान में 90 प्रतिशत लाभार्थियों का ई-केवाईसी पूरा हो चुका है, और यह प्रक्रिया जारी है। यह कदम खाद्यान्न वितरण में पारदर्शिता और सही पात्रों को लाभ पहुंचाने के लिए उठाया गया है। अब तक 40 लाख अपात्र व्यक्तियों के नाम हटा दिए गए हैं, जबकि 55 लाख नए पात्र लाभार्थियों के नाम जोड़े गए हैं। इस प्रक्रिया से राशन कार्ड के लाभार्थियों की जानकारी को अद्यतित और सटीक बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
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