Sukanya Samriddhi Yojana सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) एक खास छोटी बचत योजना है, जिसे केंद्र सरकार ने बेटियों के भविष्य को संवारने के लिए शुरू किया है। यह योजना ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत बनाई गई है, और इसका उद्देश्य बेटियों की शिक्षा और विवाह के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना ह। आइये इस स्कीम के बारे में विस्तार से जानते हैं।
योजना का उद्देश्य और खाता खोलने की शर्तें
सुकन्या समृद्धि योजना का मुख्य लक्ष्य बेटियों की शिक्षा और शादी के खर्चों के लिए वित्तीय सहायता देना है। इस योजना के तहत, केवल 10 साल से कम उम्र की बेटियों के नाम पर खाता खोला जा सकता है। खाता खोलने के लिए, माता-पिता या कानूनी अभिभावक को आवेदन देना होता है। यह खाता किसी भी पोस्ट ऑफिस या नजदीकी बैंक शाखा में खोला जा सकता है।
लाभ और ब्याज दर
इस योजना में निवेश पर आपको 8.20 प्रतिशत वार्षिक ब्याज मिलता है, जो अन्य बचत योजनाओं की तुलना में काफी आकर्षक है। यह ब्याज दर चक्रवृद्धि ब्याज (Compound Interest) के आधार पर होती है, जिससे आपकी राशि पर अधिक लाभ मिलता है।
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत आप 1 लाख 50 हजार रुपए तक की वार्षिक छूट प्राप्त कर सकते हैं, जो इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत मिलती है। इस योजना की एक और खास बात यह है कि आप अपने खाते को किसी भी अन्य पोस्ट ऑफिस या बैंक शाखा में आसानी से ट्रांसफर कर सकते हैं।
निवेश की राशि और अवधि
खाता खोलने के लिए न्यूनतम राशि 250 रुपए है, जबकि आप प्रति वर्ष अधिकतम 1 लाख 50 हजार रुपए तक निवेश कर सकते हैं। योजना की अवधि 15 वर्ष की होती है। इसके बाद, जब आपकी बेटी 18 वर्ष की हो जाती है, तो आप खाते से 50 प्रतिशत तक राशि निकाल सकते हैं, जिसका उपयोग शादी या अन्य आवश्यकताओं के लिए किया जा सकता है।
खाता प्रबंधन और बंद करने की शर्तें
जब खाता मैच्योर हो जाता है, तो आपको आपकी निवेश की गई राशि और ब्याज मिलाकर कुल राशि प्राप्त होती है। खाता धारक की उम्र 18 वर्ष होने पर, वह स्वयं खाते का प्रबंधन कर सकती है।
अगर किसी कारणवश खाता धारक की मृत्यु हो जाती है या निवेशक आर्थिक संकट में पड़ जाता है, तो खाता समय से पहले बंद किया जा सकता है। इसके अलावा, यदि निवेशक नियमित रूप से पैसे जमा करने में असमर्थ रहता है, तो भी खाता बंद किया जा सकता है। खाता बंद करने की स्थिति में, संबंधित अधिकारियों से अनुमति प्राप्त करना आवश्यक होता है.
उदाहरण से समझें
मान लीजिए आपकी बेटी की उम्र 2 साल है और आप हर साल 14 हजार रुपए जमा करते हैं। इस स्थिति में, आप 15 वर्षों तक कुल 2 लाख 10 हजार रुपए जमा करेंगे। 8.20 प्रतिशत ब्याज दर के आधार पर, आपको 4 लाख 36 हजार 574 रुपए ब्याज के रूप में मिलेंगे। इस प्रकार, मैच्योरिटी के समय कुल मिलाकर 6 लाख 46 हजार 574 रुपए प्राप्त होंगे, जो 2043 में मिलेंगे।
सुकन्या समृद्धि योजना एक खास वित्तीय योजना है, जो बेटियों के भविष्य को सुरक्षित बनाती है और इसे एक स्थिर और लाभकारी निवेश विकल्प माना जाता है।
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